उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले के गौर थाने के गांव में एक दर्दनाक घटना सामने आई है। यहां 12 साल की नाबालिक बच्ची के साथ तीन दरिंदों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। लड़की बेहोश हो गई उसके बाद भी उस के साथ दरिंदों ने दरिंदगी की। गैंगरेप के दौरान बच्ची की मौत हो गई। इसके बाद तीनों दरिंदों ने शव को ठिकाने लगा दिया। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, मोनू साहनी नाम के एक युवक ने लड़की को बहला-फुसला कर बुलाया था। जब लड़की मोनू के पास पहुंची तो दो अन्य दरिंदे उसे घर के अंदर ले गए और बारी-बारी से लड़की के साथ गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया। दरिंदगी के दौरान लड़की की मौत हो गई, पुलिस ने अब तक दो आरोपी राजन साह और मोनू साहनी को हिरासत में लिया है। तीसरा संदिग्ध कुंदन सिंह अभी फरार है।
बता दें पीड़िता बीती शाम को 4 से 5 बजे के बीच घर से सब्जी खरीदने बाजार गई थी। देर शाम को जब बच्ची घर नहीं पहुंची तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। काफी खोजबीन के बाद भी बच्ची नहीं मिली। उसी दौरान मोनू साहनी ने लड़की के गांव के सुधीर के पास फोन कर बताया कि उसके गांव की लड़की अंजनी सिंह मकान के पीछे पड़ी है। परिजन जब वहां पहुंचे तो देखा कि उस लड़की का शव पड़ा है। अंजनी सिंह के मकान के दरवाजे और जीने पर खून के धब्बे के निशान मिले। इसके अलावा सुरेश मौर्या के स्कूल के रास्ते में भी खून के निशान मिले। जिसके बाद परिजनों ने तीन लोगों मोनू साहनी, राजन निषाद और कुंदन सिंह के खिलाफ थाने पर तहरीर दी। तीनों लोगों पर अपनी लड़की के साथ दरिंदगी और हत्या का आरोप लगाया। घटना के बाद तीनों आरोपियों के फोन भी बंद पाए गए। घटना को अंजाम देने के बाद तीनों आरोपी गांव से फरार हो गए।
एसपी गोपाल चौधरी ने बताया कि अभियुक्त मोनू साहनी और राजन को अरेस्ट किया गया है। पूछताछ के दौरान उस ने बताया कि वो लड़की को 8 महीने से जानता था। उसने लड़की को बुलाया। गैंगेरप के दौरान नाबालिक लड़की की मौत हो गई। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। दो अन्य अभियुक्तों की तलाश जारी है।