बरेली: बस नमाज प्रकरण में बर्खास्त कंडक्टर ने की आत्महत्या

मोहित यादव पर आरोप था कि उसने 3 जून की रात दिल्ली जाने वाली बस को दो यात्रियों को नमाज अदा करने के लिए रुकवाई थी।

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यूपी के बरेली से एक बड़ी खबर सामने आयी है। जहाँ यात्रियों को नमाज पढ़वाने के आरोप में नौकरी से निकाले गए बरेली डिपो के कंडक्टर मोहित यादव ने सुसाइड कर ली है। मोहित ने मैनपुरी में ट्रेन के आगे कूदकर अपनी जान दे दी। मोहित यादव नौकरी जाने के बाद से काफी तनाव में था। रिपोर्ट्स के अनुसार, शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। फ‍िलहाल परिजनों की ओर से कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है।

मैनपुरी के घिरोर थाना क्षेत्र के गांव नगला खुशाली गांव में राजेंद्र यादव रहते हैं। उनका 36 वर्षीय बेटा मोहित यादव बरेली डिपो में बस कंडक्टर था। वह पिछले आठ साल यूपी रोडवेज (UPSRTC) में संविदा पर काम कर रहा था। उसे हर महीने लगभग 17,000 रुपये वेतन मिलता था। बीते रविवार रात को वह अचानक लापता हो गया था। अगली सुबह मैनपुरी उसका शव उसके घर के पास स्थित रेलवे की पटरियों पर मिला था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोहित ने मैनपुरी में कलिता एक्सप्रेस के आगे कूदकर जान दे दी।

मोहित यादव पर आरोप था कि उसने 3 जून की रात दिल्ली जाने वाली बस को दो यात्रियों को नमाज अदा करने के लिए रुकवाई थी। जिसपर बस के अन्य यात्रियों ने विरोध जताया था। साथ ही इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। मामला संज्ञान में आने के बाद मोहित की संविदा समाप्त कर दी गई थी। बस के ड्राइवर को भी निलंबित कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि नौकरी जाने के बाद से ही मोहित काफी तनाव में था, जिसके चलते उसने यह कदम उठाया।

निलंबित बस ड्राइवर केपी सिंह (58) ने कहा कि मैं अभी तक मोहित के संपर्क में था। वह पैसों की तंगी से गुजर रहा था। उसे अपने माता-पिता से भी कुछ खास सहयोग नहीं मिल पा रहा था। मैं भी नमाज वाली घटना के बाद से निलंबित चल रहा हूं और किसी तरह बस जिंदा हूं।