Banda: जनपद के थाना बबेरु पुलिस द्वारा थाना बबेरु क्षेत्र के सतन्याव जूनियर हाईस्कूल में बरामद युवक के शव की घटना का 24 घण्टे के भीतर सफल अनावरण किया गया। प्रेम-प्रसंग के चलते युवक की हत्या हुई थी। मृतक का अभियुक्त देवेश की पत्नी से प्रेम प्रसंग था। पति-पत्नी ने योजनाबद्ध तरीके से युवक की हत्या की थी।
पुलिस अधीक्षक बांदा (Banda) श्री अंकुर अग्रवाल के कुशल निर्देशन में जनपद में अपराध एवं अपराधियों पर नियंत्रण लगाये जाने तथा वांछित अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु चलाये जा रहे अभियान के क्रम में अपर पुलिस अधीक्षक बांदा (Banda) श्री लक्ष्मी निवास मिश्र और क्षेत्राधिकारी बबेरु श्री राकेश कुमार सिंह के निकट पर्यवेक्षण में थाना बबेरु क्षेत्र के जूनियर हाईस्कूल सतन्याव में बरामद युवक के शव की घटना 24 घण्टे के भीतर सफल अनावरण करते हुए घटना में शामिल अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया।
गौरतलब है कि थाना बबेरु क्षेत्र के सतन्याव निवासी कमलेश मिश्रा ने थाना बबेरु पर दिनांक 11.12.2023 को शिकायत दर्ज करायी कि उसका भाई अरुणेश मिश्रा दिनांक 10.12.2023 को घर से निकला है तथा अभी तक घर नहीं आया है। इस संबंध में थाना बबेरु पर गुमशुदगी दर्ज करते हुए बरामदगी के प्रयास किए जा रहे थे। इसी क्रम में दिनांक 11.12.2023 को अरुणेश का शव सतन्याव के जूनियर हाईस्कूल में बरामद हुआ था। पुलिस द्वारा गहन जांच एवं सर्विलांस की मदद मामले का खुलासा करते हुए योजनाबद्ध तरीके से अरुणेश की हत्या करने वाले पति-पत्नी को गिरफ्तार कर लिया गया।
अभियुक्तों से पूछताछ एवं जांच में पाया गया कि मृतक अरुणेश गांव के ही देवेश नामदेव के घर आता जाता था। इसी दौरान उसका सम्पर्क देवेश की पत्नी से हो गया तथा दोनों में फोन से बातचीत होती थी और एक दूसरे से मिलते थे। देवेश ने अरुणेश को कई बार मना किया कि वह उसकी पत्नी से दूर रहे परन्तु वह नहीं माना। इस पर देवेश ने अपनी पत्नी गीता नामदेव के साथ मिलकर अरुणेश की हत्या की योजना बनाई।
देवेश ने अपनी पत्नी से दिनांक 10.12.2023 को सुबह अरुणेश को फोन लगाकर रात्रि में मिलने के लिए जूनियर हाईस्कूल में आने को कहा। दोनों ने योजना बनाई कि जब अरुणेश आयेगा तो उसके कपड़े उतरवा देना ताकि वह भाग न पाये। पूर्व में बनाई गई योजना के अनुसार रात्रि में जब अरुणेश गीता से मिलने के लिए जूनियर हाईस्कूल सतन्याव आया तो गीता ने उसके कपड़े उतरवा दिए तथा एक दूसरे से गले लगे। इतने में पीछे से देवेश ने आकर अरुणेश का गला नायलॉन की रस्सी से कस दिया, जिससे उसका गला कट गया तथा रस्सी टूट गई। इसके बाद लोहे की कील से गले व सीने में मारा और लाश को बाउंड्री के पास झाड़ियों में छुपा दिया तथा गले में पहने हुए चैन व रुद्राक्ष की माला निकाल ली।