बांदा: जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम द्वारा मानसिक जागरूकता कार्यशाला का हुआ आयोजन

बालिका विद्या मंदिर मे एक मानसिक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन प्रधानाचार्य अमिता सिंह द्वारा किया गया।

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Banda News: यूपी के बांदा में 27 अप्रैल 2024 को मुख्य चिकित्सा अधिकारी के निर्देश पर जिला मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम टीम बांदा द्वारा सरस्वती बालिका विद्या मंदिर मे एक मानसिक जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन प्रधानाचार्य अमिता सिंह द्वारा किया गया।

शिविर में क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ रिजवाना हाशमी ने बताया कि मानसिक रोग बच्चों में अवसाद और एंजाइटी के रूप में बहुत ज्यादा फैल है, जिसे लोग साधारण मानते हैं जो आगे चलकर गंभीर हो जाता है। बच्चों में एंजायटी ना हो उसके लिए पारिवारिक सदस्य स्कूल में टीचर एस प्रिंसिपल भी अच्छे काउंसलर हो सकते हैं। आप बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर चिंतित हैं, तो सबसे पहले आपको उनके उन व्यवहारों का वर्णन तैयार करना चाहिए जिससे आप चिंतित हैं।

इससे पहले आप अपने बच्चे के शिक्षक, करीबी दोस्तों, रिश्तेदारों या अन्य देखभाल करने वालों से अपने तरीके से बात करके देखें कि क्या उन्होंने भी आपके बच्चे के व्यवहार में बदलाव देखा है. अगर आपको ये बदलाव वाकई चिंताजनक लग रहे हैं तो इस जानकारी को अपने बच्चे के डॉक्टर के साथ साझा करें। प्रधानाचार्या अमिता सिंह ने बताया कि बच्चे अपने घर में माता-पिता की बातें स्वीकार करें शिक्षकों का सम्मान करें साथ ही हमारे विद्यालय में जिन बच्चियों ने टॉप किया है उनसे प्रेरणा लें। साइकाइट्रिक नर्स त्रिभुवन नाथ ने बताया कि यदि किसी को मिर्गी या हिस्टीरिया के दौरे आते हैं तो वह जिला चिकित्सालय में दिखा सकता है यदि अवसाद और एंजायटी होती है ऑनलाइन 14416 में या फिर जिला चिकित्सालय के मनकक्ष कमरा नंबर 4 में भी काउंसलिंग कर सकते हैं।

अनुश्रवण एवं मूल्यांकन अधिकारी नरेन्द्र कुमार मिश्रा ने बताया कि जिस प्रकार प्रकृति और परिवेश बदल रहा है लोगों का खान-पान और भाग दौड़ भरी जिंदगी मानसिक रोग की ओर लिए जा रही है। उससे बचाव के लिए प्रातः टहलने योग की क्रियाएं करना अच्छे दोस्त बनाना अच्छे कार्यों में व्यस्त रहने से बचाव हो सकता है। सहायक अनुपम त्रिपाठी ने बच्चों से प्रश्न पूछा जिससे बच्चों को पुरस्कृत किया गया। जिन बच्चों ने पुरस्कार प्राप्त किया उनमें संजना, राधा द्विवेदी, चंचल, दीक्षा, स्मृति मिश्रा, वैष्णवी,अन्विता सिंह आदि बच्चियों सम्मिलित हैं। विद्यालय की सभी शिक्षिकाओ ने सहयोग किया। मनोरोग चिकित्सक डॉ हरदयाल व सहायक अशोक कुमार द्वारा जेल विजिट भी की गई।