Banda: लाल सोने की लूट की लिए मुख्यालय जनपद की खप्टिहा 100/3 की खदान फिर से चर्चा में है। इस खदान में हो रहा नदी की जलधारा का अवैध खनन इस बात का जीता जागता उदाहरण है। जहां पर दिन रात बिना किसी भय के भारी भरकम मशीनों से रोजाना नदी की जलधारा को रोककर अवैध खनन का कार्य किया जाता है। इतना ही नहीं इस खदान से ही रोजाना सैकड़ों ओवरलोड ट्रकों का परिवहन भी होता है। वही यह कहा जाये कि मण्डल मुख्यालय में बैठे जिम्मेदार अधिकारियों का खदान संचालन को पूरा संरक्षण प्राप्त है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी।
इतना ही नहीं खनन कारोबारियों ने ट्रकों के लिए नदी की जलधारा को रोककर रास्ता बनाने लिए जीवनदायिनी केन नदी को ही बंधक बना लिया है। नदी की जलधारा को रोकने के लिए केन नदी के सीने को खप्टिहा 100/3 के खनन माफिया ने बकायदा रोक रखा है। सूत्रों की मानें तो इस खदान में जिम्मेदार अधिकारी की शह पर खनन कारोबारी मनमानी पर उतारू हैं। इस खदान में एनजीटी के निर्देशों को धता बताते हुए जमकर अवैध खनन किया जा रहा है। इतना ही नहीं रोजाना सैकड़ों की संख्या में इस खदान से ओवरलोड ट्रक लगभग एक पखवारे से फर्राटा भरते नजर आ रहे हैं। अब देखना यह है कि इस खदान की कारगुजारी पर अधिकारियों की नजर कब पड़ती है।