बलरामपुर: सॉल्वर गैंग को ठेका देने वाले एक और आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार

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यूपी की बलरामपुर (Balrampur) जिले की पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। यहां पुलिस भर्ती परीक्षा के मामले में पुलिस ने सॉल्वर गैंग को ठेका देने वाले एक और आरोपी को गिरफ्तार करने का काम किया है। जिसके खिलाफ पुलिस ने कानूनी कार्रवाई की।

देवरिया से पुलिस ने पकड़ा आरोपी

बलरामपुर (Balrampur) जिले में पुलिस को एक बड़ी सफलता हाथ आई है। शहर की पुलिस ने विगत फरवरी माह में पुलिस भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने वालों के गिरोह के एक और ठेकेदार को दबोच लिया है। शुक्रवार को पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने देवरिया से उस अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया है जिसने परीक्षा पास कराने का ठेका साल्वर गैंग को दिया था। बता दें कि शहर की पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए एक महीने से मशक्कत कर रही थी। बीती रात की शाम को पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर देवरिया में डेरा डाल दिया था और उसको उसी के घर के बाहर से ही गिरफ्तार कर लिया है। 

पुलिस अधीक्षक ने मामले के बारे में दी जानकारी

जिला पुलिस अधीक्षक केशव कुमार ने बताया कि पूरे मामले में दो और लोगों की तलाश अभी जारी है।मालूम हो कि बीते 18 फरवरी 2024 को बलरामपुर के 14 परीक्षा केंद्रों पर तकरीबन 15 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी। उसी दिन परीक्षा में साल्वर गैंग से जुड़े आधा दर्जन लोगों की गिरफ्तारी हुई थी। बलुहा चौकी प्रभारी अविरल शुक्ल ने उसी दिन बिहार के मुंगेर जनपद के असरगंज थाना क्षेत्र के मनगरवा निवासी सॉल्वर नितिश कुमार को पकड़ा था। उस समय नितिश देवरिया के थाना भटनी क्षेत्र के पड़ौली गांव निवासी उपेंद्र यादव के स्थान पर परीक्षा देते धरा गया था। हालांकि पुलिस के हाथ उपेंद्र नहीं लग सका था।एसपी के निर्देश पर बनी शहर की टीम ने उपेंद्र की छानबीन किया तो बीते माह से उपेंद्र घर पर नहीं था। उसका लोकेशन बीती रात बृहस्पतिवार को पुलिस को मिला। चौकी प्रभारी अविरल अपनी टीम के साथ देवरिया रवाना हुए और घेराबंदी करके साल्वर गैंग को परीक्षा पास कराने का ठेका देने वाले उपेंद्र यादव को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने शुक्रवार को आरोपित को कोर्ट में पेश किया।जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। जबकि अभी पुलिस को दो और आरोपितों की तलाश है जिसमें पुलिस जी जान से जुटी हुई है,ऐसा माना जा रहा है कि पुलिस भर्ती परीक्षा में नकल कराने की पूरी योजना में अभी तक फरार उन दोनों आरोपियों की अहम भूमिका है।