ख़बर यू पी के बलिया जनपद (Ballia) से है। बलिया जनपद (Ballia) के बिल्थरारोड भ्रष्टाचार निवारण संगठन गोरखपुर टीम ने मंगलवार को तहसील के रजिस्ट्रार कानूनगों को खतौनी में नाम चढ़ाने के लिए पीड़ित किसान से 2700 रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया। इसकी खबर मिलते ही तहसील में हड़कंप मच गया। एंटी करप्शन टीम ने कागजी करवाई के बाद सम्बंधित धाराओं में रिश्वतखोर रजिस्ट्रार कानूनगो को जेल भेज दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अतरौल ग्राम सभा निवासी सोना मौर्य पुत्र पतरु का खतौनी में सोना के जगह गलत नाम हीरालाल चढ़ गया था। खतौनी में सही नाम दर्ज करने के लिए सोना मौर्य द्वारा तहसील में दफा 38 का वाद दायर किया गया था। जिसकी फाइल तहसील के रजिस्ट्रार कानूनगो राघवेन्द्र सिंह को सही नाम दर्ज करने के लिए आदेशित किया गया था। पीड़ित किसान सोना मौर्य द्वारा रजिस्ट्रार कानूनगो से खतौनी में नाम दर्ज करने के मिला। रजिस्ट्रार कानूनगो राघवेन्द्र सिंह ने रुपये की मांग की। इसके बाद सोना मौर्य ने 16 सौ रुपया दे दिया। इसके बाद भी रजिस्ट्रार कानूनगो द्वारा खतौनी में नाम दर्ज नही किया गया। कई महीने बार बार मिलने के बाद रजिस्ट्रार कानूनगो ने पुनः 2700 रुपये की मांग की। इसके बाद पीड़ित किसान ने एंटी करप्शन टीम को फोन करके अपनी बात को बताया।
इसके बाद मंगलवार को एंटी करप्शन टीम तहसील बिल्थरारोड पहुँच गयी और पीड़ित किसान सोना मौर्य द्वारा रजिस्ट्रार कानूनगो राघवेन्द्र सिंह को पूर्व में मांगी गई रिश्वत 2700 रुपये देते समय तहसील के रजिस्टार कानूनगो राघवेन्द्र सिंह निवासी अजनेरा हाथोज थाना खेजुरी को रंगे हाथ पकड़ लिया। रिश्वतखोर रजिस्ट्रार कानूनगो को गिरफ्तार कर थाना उभांव में धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 यथा संशोधित अधिनियम 2018 के तहत विधिक कार्यवाही करते हुए अभियोग पंजीकृत कराया। इसके उपरांत रिश्वतखोर रजिस्ट्रार कानूनगो को एंटी करप्शन टीम ने सम्बंधित जेल भेज दिया। एंटी करप्शन ट्रैप टीम में प्रभारी निरीक्षक सन्तोष कुमार दीक्षित, निरीक्षक उदय प्रताप सिंह, निरीक्षक सुबोध कुमार, उपनिरीक्षक नीरज कुमार सिंह, मुख्य आरक्षी चंद्रभान मिश्र, चंद्रभान वर्मा, आरक्षी पंकज मौर्य, रूपेश कुमार सिंह, आनन्द कुमार यादव शामिल रहे।