बलिया: पुलिस ने नकल करने पर सरकारी शिक्षक समेत 3 को किया गिरफ्तार

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बलिया (Baliya) जिले मे पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा में नकल कराने वाले एक सरकारी शिक्षक समेत तीन अभियुक्तों को यूपी एसटीएफ व उभांव थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने गिरफ्तार अभियुक्तों के विरुद्ध धारा 419, 420, 467, 468, 471 भादवि के तहत मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्यवीही में जुटी है।

पुलिस भर्ती परीक्षा में नकल कराना सरकारी अध्यापक समेत 3 को पड़ा महंगा

बलिया (Baliya) मे यूपी एसटीएफ के निरीक्षक वेद प्रकाश श्रीवास्तव की टीम व उभांव थाना प्रभारी निरीक्षक डीके श्रीवास्तव मय टीम ने मुखबीर की सूचना पर सयुक्त कार्यवाही करते हुए बेल्थरारोड बस स्टैंड के सामने स्थित एक निजी होटल के कमरे से पुलिस परीक्षा में नकल कराने वाले गैंग के तीन शातिर व्यक्तियों को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से एक बलेनो कार यूपी 60 एपी 3812, एक मोटरसाइकिल स्प्लेंडर यूपी 54 एएम 0386, चार मोबाइल, पांच प्रवेश पत्र छायाप्रति, तीन एटीएम कार्ड, एक आधार कार्ड, 20,060 रुपये नगद व दो प्रश्न पत्र की छायाप्रति बरामद किया गया है ।पुलिस की पूछताछ में अभियुक्तों ने अपना नाम स्वतंत्र यादव पुत्र विजय शंकर यादव (निवासी ग्राम बेडवारा थाना रामपुर, मऊ), उपेंद्र यादव पुत्र स्व. सुरेश यादव (जीयूतपुरा फरसाटांड़, थाना उभांव, बलिया) व मारकंडे यादव पुत्र श्रीकांत यादव (निवासी चक महमूद चक, थाना उभांव, बलिया बताया। अभियुक्त स्वतंत्र यादव पुत्र विजय शंकर यादव प्राथमिक विद्यालय भोपारा, घोसी जनपद मऊ में शिक्षक है।

पकड़े गए अभियुक्तो ने कबूला अपना जुर्म

अभियुक्तों ने बताया कि पुलिस परीक्षा में अपने परिवार और रिश्तेदारों के साथ-साथ क्षेत्र के तमाम परिचितों से परीक्षा पास कराने के लिए सात-सात लाख रुपए का सौदा किया था। इसमें दो लाख हम लोगो का कमीशन होता और पांच लाख जहां से पर्चा हम लोगों को मिलते हैं वहां पर देते है।17 फरवरी की परीक्षा का पेपर आउट नहीं कर पाने पर हम लोगों ने फर्जी पेपर बनाकर परीक्षार्थीयों को व्हाट्सएप के माध्यम से दिए थे, किंतु वह पेपर सही नहीं होने के कारण कैंडिडेट द्वारा पैसा नहीं दिया गया। शनिवार को हम लोगों ने पुनः पैसा कैसे लिया जाए, उसकी योजना बनाने के लिए इस होटल में एकत्रित हुए थे। हम लोग जिन लोगों के साथ काम में लगे थे, उनमें से कुछ साथी पुलिस द्वारा मऊ और बलिया में पकड़ लिए गए। इससे हम लोगों के पास पैसा नहीं आ पाया। हम लोगों को पेपर जिनके माध्यम से मिलना था, उनमें मुख्य रूप से बलदाऊ सोनी (निवासी मालदह थाना सिकंदरपुर), अंगद साहनी (निवासी तेनगुनिया थाना उभाव), ब्लूटूथ डिवाइस का काम करने वाले सरगना गिरिजा शंकर पुत्र रामनाथ (निवासी बेल्थरा रोड) तथा बिहार के मुख्य सरगना नारायण है जो सुपौल बिहार के रहने वाले हैं। हम लोग पटना या बनारस में अलग-अलग होटल में मिलते थे। इन्हीं लोगों के माध्यम से हम लोगों को पेपर मिलना था। लेकिन पुलिस और एसडीएम की इन सभी को गिरफ्तार कर लिया।