Baliya: पूर्व मंत्री गौरी भईया की 25वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि का किया आयोजन

गौरी भैया का निधन 28 मई 1998 में हुआ था।

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Baliya: उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और विधानसभा क्षेत्र कोपाचीट के विधायक रहे गौरी भईया की 25वीं पुण्यतिथि मनाई जाएगी। सर्वदलीय श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया था। जिसमे सभी पार्टियों के बड़े नेताओं ने उनके प्रतिमा स्थल सागरपाली में आदमकद प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। गौरी भईया के पुत्र सिद्धार्थ शंकर सिंह गोलू ने पुण्यतिथि पर आये लोगो का स्वागत किया।

सिद्धार्थ शंकर सिंह, स्व० गौरी भैया के पुत्र

सागरपाली में जन्मे गौरीशंकर सिंह को लोग गौरी भैया के रूप में जानते थे। जिले के सबसे बड़े टीडी काॅलेज के छात्रसंघ अध्यक्ष से अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने वाले गौरी भैया पूर्व प्रधानमंत्री चन्द्रशेखर के सबसे करीबियों में से एक थे। उन्होंने चन्द्रशेखर का साथ मरते दम तक नहीं छोड़ा। कोपाचिट विधानसभा क्षेत्र से 1977 से 1990 तक लगातार चार बार विधायक चुने गए। 1980 में दूसरी बार विधायक बनने पर पुरानी जीप खरीदी थी। 1990 में मुलायम सिंह यादव की सरकार में पहली बार कैबिनेट मंत्री बने तो बलिया (Baliya) आगमन पर उनके स्वागत में जनसैलाब उमड़ पड़ा था।

क्षेत्र के लोगों की पैरवी बिना भेदभाव करते थे। चाहे वह उनका समर्थक हो या विरोधी, सबके लिए तुरंत चल देते थे। उनकी गरीबों के मसीहा की छवि थी। जन-जन के लिए हर समय सुलभ गौरी भैया का जब 28 मई 1998 को निधन हुआ तो उनके पास खाते में सिर्फ 250 रुपये थे। जबकि पत्नी, दो बेटियों और दो बेटों का भरा पूरा परिवार उनके पीछे था। गौरी भैया के बारे में कहा जाता है कि उनके पास जो भी कुछ रहता था, उसे अपने साथ के लोगों में बांट देते थे।

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