यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में बाहुबली अतीक अहमद को अपने परिवार की दावेदारी पेश करने के लिए असदुद्दीन ओवैसी का साथ मिल गया है। अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन प्रयागराज शहर पश्चिमी सीट से आल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) की उम्मीदवार होंगी। इसकी जानकारी AIMIM के प्रयागराज मंडल के प्रवक्ता अफसर महमूद ने मीडिया को दी है।
प्रयागराज की शहर पश्चिमी सीट से अतीक अहमद का पुराना नाता है। पांच बार के विधायक रहे अतीक इस सीट से निर्वाचित हुए थे। अतीक फूलपुर सीट से सांसद भी रहे। अतीक के अहमदाबाद जेल जाने के बाद शाइस्ता परवीन ने एआईएमआईएम ज्वाइन की थी। तभी से कयास लगाए जा रहे थे कि बाहुबली अतीक खुद या उनके परिवार का कोई सदस्य इस सीट से चुनावी मैदान में उतर सकता है। आखिरकार अब उनकी पत्नी शाइस्ता परवीन इस सीट से एआईएमआईएम की उम्मीदवार होने जा रही हैं।
शाइस्ता परवीन के इस सीट पर उम्मीदवार होने से कांटे की टक्कर होने की उम्मीद जताई जा रही है। बाहुबली अतीक अहमद खुद किस सीट से चुनाव लड़ेंगे यह अभी साफ नहीं हो पाया है। चर्चा है कि अतीक ने प्रयागराज की तीन सीटों, शहर पश्चिमी, दक्षिणी और फाफामऊ पर चुनाव लड़ने की सहमति मांगी थी। शहर पश्चिमी सीट पर उनकी पत्नी का टिकट तय हो जाने के बाद अब अतीक और उनके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ के चुनाव लड़ने को लेकर कयासबाजी तेज है।
शहर पश्चिमी सीट से अतीक 1989, 1991, 1993 में बतौर निर्दलीय उम्मीदवार चुनाव जीत चुके हैं। वर्ष 1996 में अतीक समाजवादी पार्टी के टिकट से मैदान में उतरे और भाजपा के तीरथराम कोहली को 35,099 वोट से हराकर विधानसभा में पहुंचे। वर्ष 2002 में उन्होंने अपना दल का दामन थामा और एक बार फिर इसी सीट से जीतकर विधानसभा पहुंच गए। उस चुनाव में अतीक ने सपा के गोपालदास यादव को 11,808 मतों से हराया था। 2004 में अतीक अहमद फूलपुर लोकसभा सीट से जीतकर सांसद बने। इसी साल शहर पश्चिमी सीट पर हुए उपचुनाव में अतीक के छोटे भाई अशरफ बसपा के राजू पाल से चुनाव हार गए। बाद में विधायक राजू पाल की सरेआम गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई। मामले में अतीक अहमद, अशरफ समेत कई आरोपित बनाए गए। इस सीट पर दोबारा हुए उपचुनाव में अशरफ को जीत मिली। हालांकि 2007 में हुए चुनाव में राजू पाल की पत्नी पूजा पाल ने अशरफ को हरा दिया।