Azamgarh News: यूपी के आजमगढ़ में छात्रा की मौत का मुद्दा पुरे प्रदेश भर में गरमा गया है। मंगलवार को प्रदेश भर के निजी स्कूलों ने छात्रा की मौत के बाद चिल्ड्रंस गर्ल्स कॉलेज, हरबंशपुर के प्राचार्य और शिक्षक की अरेस्ट के विरोध में बंदी का ऐलान किया है। वहीं, छात्रा की मौत मामले में हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं।
आजमगढ़ के सिधारी थाना क्षेत्र के हरबंशपुर स्थित गर्ल्स कॉलेज में 31 जुलाई को छत से गिरने से छात्रा की मौत हो गई थी। इसके बाद एसपी कार्यालय पर पहुंच कर छात्रा के पिता ने बच्ची की मौत के पीछे कॉलेज में उसके साथ गलत व्यवहार को कारण बताया। घटना के दिन उसके साथ रेप की घटना तक का आरोप लगाया गया।
मृतक छात्रा की दोस्त आयी सामने
जिसके बाद एसपी के स्तर पर मामले में कार्रवाई के निर्देश जारी किए गए। मामले की जांच तेज हुई। तीन दिन पहले कॉलेज परिसर में छात्राओं और शिक्षकों ने मामले में गिरफ्तार प्राचार्य और शिक्षक का बचाव किया था। प्रदेश भर के निजी स्कूलों में बंदी की घोषणा के बीच छात्रा की दोस्त सामने आई है। उसने घटना के बारे में विस्तार से बताया है।
पांचवीं घंटी के दौरान अचानक उसे बुलाया गया
हरबंशपुर चिल्ड्रंस गर्ल्स कॉलेज में मृतक छात्रा की सहेली ने घटना की हकीकत बयां की है। छात्रा ने कहा कि घटना के दिन यानी 31 जुलाई को छात्रा नॉर्मल थी। पांचवीं घंटी के दौरान अचानक उसे बुलाया गया। वह प्राचार्य कक्ष में गई। सातवीं घंटी के दौरान पूरे स्कूल में हल्ला होने लगा। इस शोर में हमें समझ में ही नहीं आया कि क्या हुआ है? कुछ लड़कियां बंदर के डर के कारण किसी छात्रा के गिरने का अनुमान लगा रही थी। अचानक स्कूल में छुट्टी कर दी गई। सामान्य तौर पर छुट्टी का समय दोपहर 2:30 बजे है लेकिन, उस दिन दोपहर 2 बजे ही छुट्टी हो गई। सभी छात्राएं स्कूल से बाहर निकल गईं।
होनहार विद्यार्थी थी
मृतक छात्रा के बारे में उसकी सहेली ने बताया कि वह पढ़ाई-लिखाई में अच्छी थी। शुक्रवार 28 जुलाई को पहली बार उसे बुलाया गया था। वह क्लास में वापस में लौटकर आई तो परेशान थी। उसने क्लास में टीचर से कहा था कि मेरी रेपुटेशन कैसे वापस आएगी? इसके बाद सोमवार 31 जुलाई को दोबारा उसे प्राचार्य कक्ष में बुलाया गया। शायद वह इसे सहन नहीं कर पाई। इसके बाद उसने खौफनाक कदम उठाया। उसने डर कर अपनी पहचान छिपा कर छात्रा इस घटना के बारे में जानकारी दी।
यूपी की सभी स्कूलो में बंदी
पूरे प्रदेश के निजी विद्यालय मंगलवार को बंद कर दिए गए हैं। स्कूलों में एक दिन पहले ही छुट्टी का घोषणा कर दिया गया था। स्कूल प्रबंधन ने आजमगढ़ के स्कूल के मामले में समर्थन देते हुए यह निर्णय लिया है। पुरे प्रदेश भर के स्कूल प्राचार्य और शिक्षक की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे हैं। अनएडेड प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन ने आजमगढ़ चिल्ड्रन गर्ल्स कॉलेज की प्रिंसिपल और टीचर की पिछले सोमवार हुई गिरफ्तारी का विरोध करते हुए यह फैसला लिया है।
इसके साथ ही मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर निजी विद्यालयों के लिए गाइडलाइंस जारी करने की मांग भी उठाई है। हालांकि, राजधानी समेत प्रदेश के सभी सरकारी विद्यालय खुले हुए हैं। उपसा के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल के अनुसार, सिर्फ आजमगढ़ का ही मामला नहीं है। वर्तमान हालात में सभी स्कूलों में विद्यार्थियों को डांटने तक से पहले शिक्षक कई बार सोचते हैं कि कहीं वह कोई गलत कदम नहीं उठा ले।
कोर्ट ने प्रिंसिपल और टीचर की जमानत याचिका की खारिज
आजमगढ़ मामले में सोमवार को कोर्ट ने भी प्रिंसिपल और टीचर की जमानत याचिका को खारिज कर दिया। इसके बाद संगठन ने आठ अगस्त को एक दिन की सांकेतिक बंदी कर शिक्षकों की नाराजगी जाहिर करने का निर्णय लिया है। इसके तहत प्रदेश के सभी निजी विद्यालय बंद हैं।
वहीं, मुख्यमंत्री को भेजे गए पत्र में गाइडलाइंस जारी करने के साथ ही सुरक्षा की मांग भी उठाई गई है। कहा गया है कि ऐसे मामलों में पुलिस तुरंत कार्रवाई की जगह पहले सत्यता की जांच करे। इसके लिए पुलिस विभाग को निर्देशित करने और सभी विद्यालयों को पत्र के माध्यम से अवगत कराने की मांग रखी है।