अयोध्या राममंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में लगने वाला पवित्र शालिग्राम पत्थर मंगलवार सुबह कुशीनगर से उत्तर प्रदेश सीमा में प्रवेश कर गई है। बिहार के गोपालगंज जिले से कुशीनगर की सीमा में शालिग्राम पत्थर को लाया गया। जिसके बाद सलेमगढ़ में इस पवित्र शालिग्राम पत्थर का स्वागत पूजन किया गया। बता दे कि, सुबह 7 बजे कुशीनगर की सीमा में बड़े वाहन में रखकर इस पवित्र शालिग्राम पत्थर को लाया गया। जहा NH 28 पर बिहार सीमा से लगे बहादुरपुर से लेकर गोरखपुर सीमा तक सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए हैं। इस पवित्र शालिग्राम पत्थर से भगवान राम-सीता की मूर्ति तैयार होगी। स्वयं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) इन पवित्र शिला की पूजा – अर्चना गोरखपुर में करेंगे।
सभी जय श्रीराम के नारों के साथ शालिग्राम पत्थर को छूकर पुण्य कमाने के लिए दौड़े
अयोध्या के राममंदिर (Ayodhya Ram Mandir) में रामलला के मूर्ति निर्माण हेतु नेपाल के पोखरा से शालिग्राम शिला लाई गई थी। कड़ी सुरक्षा के बीच सोमवार रात ये दरभंगा पहुंची थी। इसे देखने और छूने के लिए भारी भीड़ रात के वक्त भी सड़कों पर दिखी। महिला-पुरुष सभी जय श्रीराम के नारों के साथ शालिग्राम पत्थर को छूकर पुण्य कमाने के लिए सड़कों पर दौड़ते भागते लोग नज़र आये।
बता दे कि, कुशीनगर के मुख्यद्वार में भी इस पवित्र पत्थर की पूजा -अर्चना होगी। जहाँ जनप्रतिनिधि और विहिप के पदाधिकारी पूजन समारोह में मौजूद रहेंगे।तमकुहीराज,फाजिलनगर,कुशीनगर, हाटा, सुकरौली बाजार होते हुए गोरखपुर जिले में प्रवेश करेगा पवित्र पत्थर ले जा रहे ट्रक बस्ती होते हुए अयोध्या पहुंचेगा।
इस शालिग्राम पत्थर से भगवान श्रीराम,माता सीता ,लक्ष्मण और हनुमान जी की प्रतिमा बनेगी इस दो विशाल पत्थर का वजन 26 टन और 14 टन वजनी है। इस बात की जानकारी विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष मुकेश त्रिपाठी ने दी है।