प्रयागराज में शुक्रवार को माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ के तीनों हत्यारोपियों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया गया। अदालत ने तीनों शूटरों अरुण मौर्य, शनि सिंह और लवलेश तिवारी को 14 दिन के लिए न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया है। इन तीनों ही आरोपियों को प्रतापगढ़ जेल में रखे जाने का आदेश दिया गया है।
इससे पहले भी 29 अप्रैल को तीनों शूटरों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जस्टिस दिनेश कुमार गौतम की कोर्ट में पेश कराया गया था। कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। अब आज इसकी सुनवाई होगी। बता दें कि सुरक्षा के दृष्टिगत तीनों आरोपियों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट के समक्ष उपस्थित कराने का निर्णय लिया गया है। तीनों अभी प्रतापगढ़ जेल में बंद है।
मीडियाकर्मी बनकर करी थी हत्या
अतीक और अशरफ को 15 अप्रैल की रात को प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मंडलीय अस्पताल (काल्विन) में मेडिकल टेस्ट के लिए ले जाया जा रहा था। अंदर घुसने के पहले ही तीनों शूटरों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर दोनों भाईयों को वहीं पर मार गिराया था। तीनों हत्यारे मीडियाकर्मी के भेष में पुलिस को चकमा दे कर यहां अंदर पहुंचे थे। हालांकि वर्तमान में तीनों पुलिस कस्टडी में हैं।
हत्या के डर से दूसरी जेल में शिफ्ट
दरअसल, 16 अप्रैल को तीनों शूटरों को प्रयागराज केही नैनी सेंट्रल में रखा गया था लेकिन उसी जेल में अतीक के दूसरे नंबर का बेटा अली भी बंद है। पुलिस को इनपुट मिले थे कि तीनों पर हमले हो सकते हैं। यही कारण रहा है कि 17 अप्रैल को ही तीनों को प्रतापगढ़ जेल में शिफ्ट करा दिया गया था।