ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने राम मंदिर को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कोई भी राजनीतिक दल 6 दिसंबर को सदियों पुरानी मस्जिद को ध्वस्त करने के जघन्य आपराधिक कृत्य के बारे में बात नहीं कर रहा है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने कहा, ‘शिवसेना यूबीटी के उद्धव ठाकरे ने हालही में कहा था कि अयोध्या में मंदिर का उद्घाटन उनके पिता का सपना था। मंदिर का उद्घाटन राष्ट्रीय गौरव का विषय था। लेकिन कोई भी राजनीतिक दल 6 दिसंबर को सदियों पुरानी मस्जिद को ध्वस्त करने के जघन्य आपराधिक कृत्य के बारे में बात नहीं कर रहा है। अब पूरी बातचीत इस बारे में है कि वे इसमें शामिल होंगे या नहीं।’
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ‘भारतीय मुसलमानों के लिए संदेश स्पष्ट है। आज के भारत में हमसे अपनी औकात जानने की अपेक्षा की जाती है। हमसे चुपचाप सहमति जताने की उम्मीद की जाती है।’ उन्होंने आगे कहा कि, ‘एक-दो पिताओं के सपने बेमानी हैं। हम अपने लाखों पूर्वजों के सपनों और संघर्षों के कारण एक स्वतंत्र गणराज्य बने। यह शर्मनाक है कि एक घोर आपराधिक कृत्य को राष्ट्रीय गौरव के क्षण तक बढ़ा दिया गया है।’ ओवैसी ने कहा कि, ‘6 दिसंबर भारतीय लोकतंत्र के लिए काला दिन है। यह हमारे स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों के लिए एक काला दिन है। यह कानून के शासन के लिए काला दिन है।’