सदन की कार्यवाही शुरू होते ही फिर से मचा बवाल, शशि थरूर सहित कई सांसद निलंबित

विपक्षी सांसदों ने आज भी सदन की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा करना शुरू कर दिया। विपक्ष के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर गई।

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लोकसभा से अबतक कई सांसद ससपेंड हो चुके है। जिनमे विपक्ष के 41 से ज्यादा सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित करने की यह कार्रवाई हंगामा मचाने के चलते हुआ है। विपक्षी सांसदों ने आज भी सदन की कार्यवाही शुरू होते ही हंगामा करना शुरू कर दिया। विपक्ष के हंगामे के चलते सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर गई।

दोबारा जब सदन की कार्यवाही शुरू हुई तब भी विपक्षी सांसदों ने हंगामा जारी रखा। जिसके बाद शशि थरूर, डिंपल यादव, दानिश अली, फारुक अब्दुल्ला, कार्ति चिदंबरम, एसटी हसन, सुप्रिया सुले, मनीष तिवारी, राजीव रंजन,रवनीत बिट्टू, दिनेश यादव, प्रतिभा सिंह, संतोष कुमार समेत 41 और सांसदों को निलंबित कर दिया गया।

इससे पहले आज सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई, अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रश्नकाल शुरू करने की अनुमति दी, लेकिन कुछ विपक्षी सदस्य हाथों में तख्तियां लेकर आसन के निकट पहुंच गये। आसन के पास पहुंचने वाले प्रमुख सांसदों में नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला शामिल थे। अध्यक्ष ने हंगामा कर रहे सदस्यों को अपनी-अपनी सीट पर जाने और कार्यवाही में हिस्सा लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘यह सदन आपका है और सदन को चलाने के लिए आपने एक व्यवस्था बनाई है। मेरा अनुरोध है कि आप मुद्दों पर चर्चा करें, लेकिन ये तख्तियां लेकर आना उचित नहीं है।’

उन्होंने कहा कि यह सदन नियम, परम्परा और परिपाटी से चलेगा और सभी सदस्यों ने तख्तियां न लाने को लेकर सहमति जताई थी। ओम बिरला ने कहा कि सदन तख्तियां लेकर आने से नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि असहमति व्यक्त करना सदस्यों का अधिकार है, लेकिन आग्रह है कि वे मर्यादा का पालन करें। ओम बिरला ने आगे कहा कि सदस्यों को अंतिम चेतावनी दी जा रही है कि वे तख्तियां लेकर आसन के पास न आएं और अपनी-अपनी सीट पर जाएं।