पंजाब (Punjab) के बठिंडा (Bathinda) में बुधवार को गोलीबारी की घटना में चार सैनिकों की मौत के बाद सेना ने अपने बेस का सुरक्षा ऑडिट किया है। सूत्रों ने कहा कि, ऑडिट (अंकेक्षण) के बाद जनरल मनोज पांडे (Manoj Pandey) ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) को मामले की जानकारी दी। ऑडिट ने सैन्य स्टेशन पर सुरक्षा के बारे में सवाल उठाया। सेना के मेजर ने इस मामले में दो अज्ञात नकाबपोश के बारे में एफआईआर दर्ज कराई है। बताया गया है कि उनमें से एक के पास इंसास असॉल्ट राइफल थी, जो बेस के पास एक जंगल की ओर भाग गया।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी जो मामले की जांच में शामिल हैं, नाम नहीं बताने की शर्त पर इस घटना के बारे में बताया कि, अगर बाहरी लोग शामिल हैं, तो उन्होंने सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए प्रवेश करने का इंतजाम कैसे किया? नियमित रूप से गश्त होती है और यहां तक कि त्वरित प्रतिक्रिया दल पूरे छावनी में रणनीतिक स्थानों पर तैनात हैं। यह फ्रंटलाइन स्टेशन है जो पाकिस्तान से ज्यादा दूर नहीं है। इसके आसपास की सुरक्षा पुख्ता होनी चाहिए। बठिंडा (Bathinda) छावनी एक महत्वपूर्ण सैन्य प्रतिष्ठान है। गोलीबारी की घटना में शहीद हुए चारों जवान सेना की एक तोपखाना इकाई के थे। जब यह घटना हुई, तब सैनिक सो रहे थे।
वही जांचकर्ताओं को संदेह है कि, एक इंसास असॉल्ट राइफल और गोला-बारूद जो दो दिन पहले गायब हो गया था, घटना में इस्तेमाल किया गया हथियार हो सकता है। सेना ने आज शाम एक बयान में कहा कि बंदूक और मैगजीन बरामद कर ली गई है। उन्हें फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा। हालांकि, दिल्ली के शीर्ष सूत्रों ने सवाल उठाया है कि वे जो कह रहे हैं और जो प्राथमिकी है उसमें ‘अंतर’ दिख रहा है। प्राथमिकी के अनुसार, लांस नायक मुपडी हरीश को इस साल 31 मार्च को ‘हथियार संख्या 77’ नामित एक इंसास असॉल्ट राइफल जारी की गई थी और यह 9 अप्रैल को लापता हो गई थी। प्राथमिकी में कहा गया है, जहां शव मिले हैं, वहां से ढेर सारे खाली खोखे भी बरामद हुए हैं।
सूत्रों ने कहा कि, इस बात पर सवाल उठ रहे हैं कि यह कैसे तय हो गया कि खर्च किए गए कारतूस ‘हथियार संख्या 77’ के थे। जहाँ प्राथमिकी में कहा गया है, दो दिन पहले लापता हुए 28 राउंड के साथ एक इंसास राइफल के शामिल होने के संभावित मामले सहित सभी पहलुओं का पता लगाया जा रहा है। बठिंडा (Bathinda) छावनी थाने के अधिकारी गुरदीप सिंह ने कहा कि, राइफल गायब होने के दो दिन बाद मंगलवार को उन्हें गुमशुदगी की शिकायत मिली थी। सूत्रों ने कहा कि लापता हथियार की सूचना पुलिस को देने में समय के अंतराल की भी जांच की जा रही है।