हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने नूंह में हुई हिंसा को लेकर बड़ा बयान दिया है। अनिल विज (Anil Vij) ने कहा है कि हिंसा में मोनू मानेसर का कोई रोल नहीं है। हर साल यात्रा निकलती थी, पहले ऐसा कभी नहीं हुआ। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस मामले में कोई मास्टरमाइंड जरूर है।
गृह मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने एक मीडिया संस्थान को दिए बयान में कहा कि यात्रा के दौरान जितनी पुलिस फोर्स की जरूरत थी, उतनी थी। नूंह में स्थिति नियंत्रण में है। फंसे हुए लोगों को निकाला जाएगा। अर्धसैनिक बलों की 13 कंपनियां नूंह पहुंच गई हैं। छह कंपनियां और भी पहुंचेंगी। वहीं नूंह के आसपास के सभी जिलों में भी हालात सामान्य हैं। फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम में एहतियात के तौर पर धारा 144 लगाई गई है। इन जिलों में कहीं पर कर्फ्यू नहीं लगाया गया है।
साल 1991 में अयोध्या राम मंदिर आंदोलन के समय नूंह में सांप्रदायिक हिंसा हुई थी। उसके बाद तीन दशक तक नूंह में पूरी तरह से शांति रही। पिछले वर्ष कुछ संगठनों ने शोभायात्रा के दौरान एक धार्मिक स्थान को क्षतिग्रस्त किया था लेकिन उस वक्त अमन कमेटी की अपील पर कोई अवांछनीय घटना नहीं हुई और शांति बनी रही। क्षतिग्रस्त निर्माण की मरम्मत करा दी गई थी।