आंध्र प्रदेश: पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को पुलिस ने किया अरेस्ट

राज्य की नंद्यालय पुलिस ने नायडू को सुबह-सुबह अरेस्ट वारंट सौंपते हुए हिरासत में ले लिया है।

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आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री और तलगु देशम पार्टी के प्रमुख चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) को पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है। राज्य की नंद्यालय पुलिस ने नायडू को सुबह-सुबह अरेस्ट वारंट सौंपते हुए हिरासत में ले लिया है। इस गिरफ्तारी के बाद तेलगु देशम पार्टी के कार्यकर्ता व नेता विरोध प्रदर्शन करने लगे। इस बीच जब चंद्रबाबू नायडू के बेटे नारा लोकेश को इस बात की जानकारी मिली तो वे अपने पिता से मिलने के लिए रवाना हुए। इसी दौरान उन्हें अपने पिता से मिलने की अनुमति पुलिस ने नहीं दी जिसके बाद नारा लोकेश सड़क पर ही बैठ गए और धरना देने लगे। बता दें कि नारा लोकेश पूर्वी गोदावरी में अपने पदयात्रा पर हैं।

जाने क्या है आरोप

चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) को कौशल विकास कॉर्पोरेशन घोटाला मामले में अरेस्ट किया गया है। इस बाबत सीआईडी की तरफ से नायडू को अरेस्ट वारंट जारी किया गया था। इस मामले में चंद्रबाबू नायडू आरोपी हैं और कुछ दिन पहले ही उन्होंने यह दावा किया था कि उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जा सकता है। इस मामले पर अब चंद्रबाबू नायडू ने सफाई देते हुए कहा है कि मैंने कोई कदाचार या भ्रष्टाचार नहीं किया है। सीआईडी ने बिना किसी उचित जानकारी के ही मुझे अरेस्ट कर लिया है। मैंने उनसे सबूत दिखाने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने सबूत दिखाने से इनकार कर दिया और मेरी भूमिका के बिना मेरा नाम एफआईआर में जोड़ दिया है।

Chandrababu Naidu को किया जाएगा विजयवाड़ा शिफ्ट

अबतक मिल रही जानकारी के अनुसार, चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) को विजयवाड़ा शिफ्ट किया जाएगा। पुलिस द्वारा मिली जानकारी के मुताबिक चंद्रबाबू नायडू (Chandrababu Naidu) को आईपीसी की धारा 120(8), 166, 167, 418, 420, 465, 468, 471, 409, 201 समेत कई मामलों के तहत अरेस्ट किया गया है।

बता दें कि नंद्याल रेंज के डीआईजी रघुरामी रेड्डी और अपराध जांच विभाग (सीआईडी) के नेतृत्व में पुलिस की टुकड़ी सुबह करीब 3 बजे नायडू के यहां पहुंची और उन्हें हिरासत में ले लिया। बता दें कि जिस समय उन्हें अरेस्ट किया गया वे अपनी बस में आराम कर रहे थे। गिरफ्तारी के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ी और कार्यकर्ताओं का विरोध झेलना पड़ा।