काशी नगरी में दीपावली के बाद अब देव दीपावली की धूम है। देव दीपावली को मनाने के लिए संपूर्ण काशी सजधज कर तैयार है। देव दीपावली को देखने के लिए दुनियाभर से लोग पहुंच रहे हैं। इसी क्रम में 70 से ज्यादा देशों के राजदूत और राजनयिक भी वाराणसी पहुंच चुके हैं। यह सभी ख़ास लोग कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर ऐतिहासिक शहर वाराणसी में काशी में गंगा आरती और देव दीपावली भी देखेंगे। इस यात्रा का आयोजन विदेश मंत्रालय (एमईए) द्वारा किया जा रहा है।
वाराणसी ने पहले भारत की अध्यक्षता के दौरान कई G20 बैठकों की मेजबानी की है, जिसमें G20 विकास मंत्रियों की बैठक और G20 संस्कृति मंत्रियों की बैठक शामिल है। वाराणसी ने एससीओ की कई बैठकों की मेजबानी भी की है। इस वर्ष भारत की अध्यक्षता के दौरान वाराणसी को पहले एससीओ सांस्कृतिक शहर के रूप में नामित किया गया था।
बता दें कि इन 12 लाख दीपों में से एक लाख दीप गाय के गोबर से बने होंगे। साफ-सफाई करके तिरंगा स्पायरल लाइटिंग से शहर व घाट सजा दिए गए हैं। देव दीपावली पर 8 से 10 लाख पर्यटकों के वाराणसी पहुंचने का अनुमान है। इस बाबत सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए गए हैं। बता दें कि इस बार देव दीपावली देखने के लिए 70 देशों के राजदूत, डेलीगेट्स और परिवार के लोग आ रहे हैं। घाट पर12 लाख दियों की व्यवस्था की जाएगी। वहीं कुल 21 लाख दियों को घाटों, कुंडों, तालाबों और सरोवरों पर जलाए जाएंगे।
यही नहीं देव दीपावली के दौरान गंगा घाट के पास रेत पर भी दीपक जलाए जाएंगे। गौरतलब है कि काशी के घाट और काशी शहर हमेशा से पर्यटकों के बीच र्चचा का विषय बना रहा है।