आफताब अमीन पूनावाला को अधिकारियों द्वारा गिरफ्तार किया गया था जब उसने अपनी लिव-इन प्रेमीका श्रद्धा वाकर को मारने और विकृत करने के बारे में एक कहानी गढ़ने का प्रयास किया था। आफताब ने पुलिस के सामने जो दावा किये थे , कि उसकी प्रेमिका अपने फोन के साथ घर से खुद निकली थी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ऑनलाइन लेन-देन और चैट से सच्चाई सामने आ गई,
आफताब ने सबसे पहले बोला ये झूठ
श्रद्धा वॉकर के पिता द्वारा अपनी बेटी के लापता होने की शिकायत दर्ज कराने के बाद पुलिस ने आफताब को 28 अक्टूबर से 3 नवंबर तक पूछताछ के लिए बुलाया। पूछताछ के दौरान उसने कहा कि श्रद्धा 22 मई को झगड़े के बाद घर से चली गई थी।
बैंक से हुए ट्रांजेक्शन से खुली पोल
आफताब ने पुलिस को बताया कि श्रद्धा कपड़े और अन्य सामान छोड़कर घर से अपना मोबाइल लेकर निकली थी। इसके बाद पुलिस ने श्रद्धा के मोबाइल फोन की गतिविधि और उसकी कॉल डिटेल को ट्रैक किया और पता लगाया कि 26 मई को श्रद्धा वॉकर के अकाउंट से आफताब पूनावाला के खाते में 54,000 रुपए उसके फोन पर बैंकिंग ऐप का उपयोग करके ट्रांसफर किए गए थे।
मोबाइल की लोकेशन भी छतरपुर में मिली
श्रद्धा के फोन की लोकेशन महरौली के छतरपुर में थी, जहां वे किराए के अपार्टमेंट में एक साथ रहते थे। तभी पुलिस अधिकारियों को आफताब पर शक गहरा गया। क्योंकि आफताब ने पुलिस को बताया कि वह 22 मई को श्रद्धा के जाने के बाद से उसके संपर्क में नहीं था।इसके अलावा, आफताब ने 31 मई को श्रद्धा के इंस्टाग्राम अकाउंट का भी इस्तेमाल किया। लोगों को यह विश्वास दिलाने के लिए कि वह जीवित हैं, उसने अपने एक दोस्त से बात भी की। जब पुलिस ने श्रद्धा के सेलफोन लोकेशन का पता लगाया, तो वह महरौली पुलिस स्टेशन की सीमा के पास पाया गया
आफताब ने पुलिस के सामने उगला सच
इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में लिया और मामले का खुलासा करने वाले सवाल पूछे। सख्ती से पूछताछ में आफताब ने सब सच उगल दिया। आफताब ने पुलिस को बताया कि 18 मई को झगड़े के बाद उसने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए।