अफगानिस्तान की तालिबान सरकार की तरफ से हाल ही में लड़कियों की शिक्षा पर प्रतिबंध लगाने के फैसले के खिलाफ में बड़ी संख्या में अफगानिस्तानी अमेरिकियों ने आवाज उठायी है और तालिबान सरकार कि इस कट्टर नीति के खिलाफ लड़ने का संकल्प किया है| अफगान कल्चरल सोसायटी की प्रतिनिधि कैलिफोर्निया की रेयान यासीनी ने रविवार को व्हाइट हाउस के सामने कहा कि,”हम यहां लड़कियों की शिक्षा के अधिकार के लिए आवाज उठाने के लिए आए हैं|”
अफगानिस्तान ने युद्ध और हिंसा के एक लंबे इतिहास का सामना किया है। हाल ही में देश पर तालिबान का नियंत्रण है। लड़कियों की शिक्षा पर तालिबान का सख्त प्रतिबंध है, और अफगान अमेरिकियों को लड़कियों के लिए अवसरों को संरक्षित करने के लिए लड़ना पड़ा है। लड़कियों की शिक्षा पर प्रतिबंध के अफगान अमेरिकियों के लिए दूरगामी परिणाम हुए हैं, जिससे युवा महिलाओं की स्कूल जाने, करियर बनाने और अंततः आराम से रहने की क्षमता प्रभावित हुई है। कई अफगान अमेरिकियों के लिए शिक्षा को जीवन के एक महत्वपूर्ण पहलू के रूप में देखा जाता है, और लड़कियों की शिक्षा पर तालिबान का प्रतिबंध कई परिवारों के लिए एक कठिन वास्तविकता रही है।
कैलिफोर्निया की रेयान यासीनी के साथ ज्यादा संख्या में अफगानिस्तानी अमेरिकी थे| जहाँ पर उन्होंने कहा कि, “जब से तालिबान ने अफगानिस्तान पर अपना हक़ जता लिया है, तभी से लड़कियों के पास पढ़ने का अधिकार नहीं है| हम यहां आज यह सुनिश्चित करने आए हैं कि ऐसा नहीं हो|”
वहीं, अफगान सोसायटी के अध्यक्ष नासिर खान ने तालिबान गवर्नमेंट से देश में लड़कियों की एजुकेशन पर लगाए गए प्रतिबंध को वापस लेने के लिए कहा| अफगान सोसायटी के अध्यक्ष नासिर खान ने कहा कि, अफगानिस्तानी लड़कियों को उनका अधिकार मिलना चाहिए|
उनके अलावा प्रदर्शन कर रहे अफगानिस्तानी अमेरिकी हिकमत सोरोश ने भी बोला कि,”तालिबान ने लड़कियों को एजुकेशन से दूर रखने के लिए कई कदम उठाए हैं| उन्होंने आगे कहा कि, पूरा विश्व देख रहा है कि क्या हो रहा है|”