उत्तर प्रदेश के कौशाम्बी में मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना ‘मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना’ के अन्तर्गत आज मिनी ग्रामीण स्टेडियम पूरब-पश्चिम शरीरा में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कुल 266 जोडे़ विवाह के बन्धन में बधें। सांसद विनोद कुमार सोनकर, जिलाधिकारी सुजीत कुमार एवं मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 रवि किशोर त्रिवेदी ने नवविवाहित जोड़ों को आर्शीवाद देते हुए परमपिता परमेश्वर से सफल एवं सुखमय दाम्पत्य जीवन की कामना की।
सासंद विनोद सोनकर ने समारोह को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम इतने भव्य एवं व्यवस्थित तरीके से आयोजित कराने के लिए जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया। उन्होंने नव-विवाहित जोड़ों को आर्शीवाद देते हुए ईश्वर से सफल एवं सुखमय वैवाहिक जीवन की कामना की एवं सभी को उत्तर प्रदेश दिवस की हार्दिक शुभकामना दी। उन्हांने युवाओं से कहा कि जिनका नाम मतदाता सूची में दर्ज नहीं हैं, वे अपना नाम मतदाता सूची में अवश्य दर्ज करायें तथा राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान करें।
उन्हांने कहा कि केन्द्र एवं प्रदेश में ऐसी सरकार है, जो बिना किसी भेद-भाव के गरीब, शोषित, पीड़ित, मजदूर, किसान एवं समाज के सभी वर्गों की चिन्ता कर, उनके कल्याण के लिए निरन्तर कार्य कर रहीं है। मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत गरीब बेटियों का विवाह कराया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में गरीब बेटिया, जो कभी सपना नहीं देख सकतीं, कल्पना भी नहीं कर सकतीं थी, कि उनका भी इतने भव्य तरीके से विवाह होगा, जिसमें सांसद एवं जिलाधिकारी आदि शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के तहत गरीब बेटियों के विवाह करायें जा रहें हैं। प्रधानमंत्री ने 2014 में हरियाणा की धरती से देश के लोगों से आवाह्न कर संकल्प दिलाया कि इस देश की बेटी को बचाना भी है तथा पढ़ाना भी है। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश की बेटियों को बचाने के साथ ही पढ़ाने एवं आगे बढ़ाने का कार्य हुआ है। बेटी के पैदा होने से लेकर शिक्षा, रोजगार एवं विवाह की व्यवस्था सरकार द्वारा की जा रहीं है।
उन्होंने कहा कि बेटियों के पैदा होने पर मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना के तहत रू0-06 हजार खाते में जमा कराया जाता है। उन्हांने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश नया इतिहास रच रहा है। उन्होंने कहा कि सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन जिला मुख्यालय के स्थान पर विधानसभावार आयोजित किया जा रहा हैं, ताकि गांव के लोंगो को आने-जाने में कोई परेशानी न होने पायें। 29 जनवरी को चायल विधानसभा के नेवादा में सामूहिक विवाह का आयोजन किया जायेंगा।
उन्होंने कहा कि जनपद में मेडिकल कॉलेज निर्माणाधीन हैं। बसडिपो मंझनपुर का निर्माण कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि दंगल मैदान पश्चिम शरीरा के बाउण्ड्रीवाल का टेण्डर हो गया है, 40 लाख की लागत से बाउण्ड्रीवाल का कार्य कराया जायेंगा, किसी भी व्यापारी की कोई दुकान उजाड़ी नहीं जायेंगी।
सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री ने संकल्प लिया है कि वर्ष 2047 में जब देश अपनी आजादी का 100 वा वर्ष मनाएं, तब तक इस देश को विकसित राष्ट्र बनाना है। यह संकल्प हम सबको लेना चाहिए। विकसित भारत का मतलब है- किसानों को सम्मान, गरीबों को आवास, महिलाओं की सुरक्षा, गॉव का विकास, शिक्षायुक्त भारत बनाना एवं नशामुक्त भारत बनाना।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 7 लाख से अधिक सरकारी नौकरी लोगों को बिना किसी भेदभाव के दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि उज्ज्वला योजना के तहत 11 करोड़ से अधिक निःशुल्क गैस कनेक्शन देने का कार्य किया गया है। महिलाओं के नाम से आवास देने का कार्य किया गया है। आयुष्मान भारत योजना के तहत 11 करोड़ से अधिक गोल्डेन कार्ड बनाये जा चुकें हैं, जिससे लोगों को रू0-05 लाख तक का निःशुल्क इलाज की सुविधा मिल रहीं है।
उन्होंने आगे कहा कि जनपद कौशाम्बी में 05 लाख से अधिक गोल्डेन कार्ड बनाये जा चुकें है तथा 12 हजार से अधिक लोगों ने निःशुल्क इलाज भी कराया है। प्रधानमंत्री जी ने कोविड काल में 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन देने का कार्य किया, जिससे वे भूखें न सोयें। स्वयं सहायता समूह के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया जा रहा है।
जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना शासन की महत्वाकांछी योजना है, जिसके द्वारा जो परिवार अपने पुत्रियां के विवाह करने में सक्षम नहीं हैं, उन सभी के पुत्रियों का विवाह, इस योजना के अन्तर्गत कार्यक्रम आयोजित कर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अन्तर्गत विवाहित जोड़ों को दाम्पत्य जीवन में खुशहाली एवं गृहस्थी की स्थापना के लिए सहायता राशि के रूप में 35000 (पैतीस हजार) रूपये कन्या के खाते में हस्तान्तरित की जाती है तथा विवाहित जोड़ों को विवाह संस्कार के लिए आवश्यक सामग्री (कपडे़, विछिया, पायल, बर्तन, ट्राली बैग, दीवार घड़ी) दिया जाता है।
उन्होंने बताया कि प्रत्येक विवाहित जोड़े पर शादी व्यवस्था के लिए रूपये 06 हजार खर्च करने का प्रावधान है। इस प्रकार कुल 51 हजार रूपये प्रत्येक जोड़े पर व्यय किये जाने का प्राविधान है इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ0 रवि किशोर त्रिवेदी एवं जिला समाज कल्याण अधिकारी दिलीप कुमार सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण तथा प्रेमचन्द्र चौधरी सहित आदि गणमान्य उपस्थित रहें।