शिवसेना विधायक भरत गोगावाले (Bharat Gogawale) के एक बयान से महाराष्ट्र (Maharashtra) की सियासत में हलचल पैदा हो गई है। भरत गोगावाले (Bharat Gogawale) ने कहा कि शिवाजी महाराज के काल में जो कुछ मावले (सैनिक) थे, उन्होंने जान दांव पर लगाकर स्वराज्य स्थापित किया। अकेले शिवाजी महाराज ने नहीं किया और एकनाथ शिंदे जो आज मुख्यमंत्री हैं वो किसी एक के दम पर नहीं हैं। ये महेंद्र जैसे, मेरे जैसे, हम सभी कुल 40 सरदार और दूसरे 6 सरदार जब सिर उंचा रखकर उनके साथ खड़े हुए तब जाकर एकनाथ शिंदे जैसा एक अच्छा इंसान इस राज्य का मुख्यमंत्री बन पाया।
रायगढ़ जिले में एक जनसभा को संबोधित करते हुए भरत गोगावले (Bharat Gogawale) ने कहा कि सभी ने मुझे आर्शिवाद दिया कि भरत सेठ मंत्री बने, पालकमंत्री बने। पहले 9 (मंत्रियों) में मेरा नंबर था। सबकुछ हो गया। एक (विधायक) आया और बोला कि अगर मुझे मंत्री पद नहीं दिया तो मेरी बीवी आत्महत्या कर लेगी… वाह रे वाह! हमारी बीवीयां ऐसे ही रह गईं। एक आया और बोला कि अगर मुझे मंत्री नहीं बनायाा गया तो नारायण राणे मुझे खत्म कर देंगे। एक ने कहा कि अगर मुझे मंत्री नहीं बनाया तो मैं इस्तीफा दे दूंगा। तब मुख्यमंत्री मुश्किल में फंस गए थे। साढ़े पांच बजे तक हम दोनो वहां थे कि करना क्या है। मेरा नंबर तो था, मेरे दोनो साथी बड़बड़ा रहें हैं कि आया हुआ मौका आपने छोड़ दिया… हां छोड़ दिया।
भारत गोगावाले ने कैमरे पर उन विधायकों के नाम खुलकर तो नहीं बताए पर ऑफ कैमरा उन्होंने इशारों में कहा कि मंत्री दीपक केसरकर ने कहा था कि उन्हें मंत्री नहीं बनाया तो सिन्दुदुर्ग में नारायण राणे उनके राजनीतिक विरोधी उनकी राजनीति खत्म कर देंगे। अन्य विधायक और मंत्री संजय राठौड़ ने कहा मंत्री नहीं बना तो बीबी आत्महत्या कर लेगी। विधायक संजय शीरसाठ ने कहा था कि मंत्रिपद नहीं मिला तो इस्तीफा दे दूंगा।
वहीं गोगावाले के बयान पर जब विधायक संजय शीरसाठ से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि भरत गोगावाले इमोशनल व्यक्ति हैं। उन्होंने भावनाओ में कुछ बातें कह दी होगीं पर हमारे शिवसेना के किसी विधायक में कोई नाराजगी नहीं है।