गुजरात में परिंदो के लिए मटकों से बनाया 20 लाख का बर्ड हाउस

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परिंदों की तकलीफ देख गुजरात के राजकोट डिस्ट्रिक्ट के साँठली गांव के भगवानजी भाई रूपापारा ने विकल्प के तौर पर अपने गांव में 2500 मिट्टी के मटकों से बर्ड हाउस, यानी पक्षियों का घर बनाया है जो कोई फाइव स्टार सुविधा से कम नहीं हे। जहां एक तरफ लोग अपने घरों या बालकनी में पक्षियों का आना पसंद नहीं करते, वहीं भगवानजी भाई जैसे लोग भी हैं, जिन्हें परिंदों से इतना प्रेम है कि खुद का 20 लाख रुपए खर्च कर उनके लिए बर्ड हाउस तैयार किया है। इस बर्ड हाउस में पक्षियों को ज्यादा सर्दी और ज्यादा गर्मी का अहसास नहीं होगा, बरसात में भी ये परिंदे नहीं भीगेंगे। अब लोग दूर-दूर से इसे देखने इनके गांव आ रहे हैं।

शिवलिंग के आकार का है ये बर्ड हाउस

भगवानजी भाई पक्षी प्रेमी होने के साथ भगवान शिव के बहुत बड़े भक्त हैं। यही कारण है कि उन्होंने पक्षियों के आशियाने को शिवलिंग के आकार का बनाया है। इसे उन्होंने खुद ही डिजाइन किया है। इसमें दो तरह के छोटे और बड़े मटकों का इस्तेमाल किया गया है, जो स्पेशल ऑर्डर पर बनाए गए हैं। पक्षियों के घर में 2500 मटके लगाए गए हैं। ये मटके अपने आप में खास हैं। इन्हें इस तरह बनाया गया है कि ये ठंड में ज्यादा ठंडे नहीं होंगे, न ही गर्मी में ज्यादा गर्म। हर मटके की कीमत करीब 150 रुपए है। फिलहाल इस बर्ड हाउस में तोता, कबूतर, मैना और गौरैया सहित कई पक्षी रहते हैं।

पांच सितारा होटल जैसी सुविधाओं से युक्त

पक्षियों का ये घर 140 फीट लंबा, 70 फीट चौड़ा और 40 फीट ऊंचा है। इसमें तकरीबन 2500 छोटे-बड़े मिट्टी के मटकों को इस तरह फिट किया गया है कि हर तरह के पक्षी इसमें अपना घर बना सकें। जिस तरह से भगवानजी भाई ने पक्षियों की सुविधाओं का ख्याल रखा है उससे देखते हुए इस बर्ड हाउस को पक्षियों का 5 स्टार होटल कहना गलत नहीं होगा।भगवानजी भाई का कहना है कि ईश्वर की कृपा से परिवार आर्थिक रूप से सक्षम होने से किसी की मदद लेने की जरूरत नहीं पड़ी। परिवार की एक छोटी सी पहल से बेजुबानों को मदद मिल सकती है इसिलए ये काम परिवार ने किया। अगर हर गांव-शहर में ऐसी सुविधा हो जाए तो विलुप्त रहे कई पक्षियों को आसानी से बचाया जा सकता है।